Quite Meaningful;
"क्यों डरें जिंदगी में क्या होगा,
हर वक्त क्यों सोचे कि बुरा होगा,
बढते रहें मंजिलों की ओर हम...
कुछ भी न मिला तो क्या?
तजुर्बा तो नया होगा.! "
: ख़ुशी मेरी तलाश में,
दिन रात यूँ ही भटकती रही..
कभी उसे मेरा घर ना मिला,
कभी उसे हम घर पे ना मिले...!!
: "जब मुझे यकीन है के खुदा मेरे साथ है।
तो इस से कोई फर्क नहीं पड़ता के कौन कौन मेरे खिलाफ
है।।"
"क्यों डरें जिंदगी में क्या होगा,
हर वक्त क्यों सोचे कि बुरा होगा,
बढते रहें मंजिलों की ओर हम...
कुछ भी न मिला तो क्या?
तजुर्बा तो नया होगा.! "
: ख़ुशी मेरी तलाश में,
दिन रात यूँ ही भटकती रही..
कभी उसे मेरा घर ना मिला,
कभी उसे हम घर पे ना मिले...!!
: "जब मुझे यकीन है के खुदा मेरे साथ है।
तो इस से कोई फर्क नहीं पड़ता के कौन कौन मेरे खिलाफ
है।।"
he opportunity was given but you were afraid - afraid of what? At the most, the worst possibility is that you may be rejected. So accept the worst and hope for the best... and continue. You will start enjoying.
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